Ghere
An Action Hero - Ghere Lyrics By Parag Chhabra, Vivek Hariharan On T-Series Hindi 2022. Best Attitude Song Ghere From An Action Hero Film Lyrics in Hindi & English Originally Released on YouTube. Ghere Song Sung By Popular Singer Parag Chhabra, Vivek Hariharan, Music Composed By Parag Chhabra, and Lyrics Of This Song Are Written By Vayu. Ghere Full Song Lyrics An Action Hero Movie By Parag Chhabra, Vivek Hariharan. We Offer Amazing Hindi Songs Lyrics Only on WoLyrics.com
Ghere Song An Action Hero Details
Vocal/Singer | Parag Chhabra, Vivek Hariharan |
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Movie | An Action Hero |
Music Comsposer | Parag Chhabra |
Lyricist | Vayu |
Ghere Lyrics An Action Hero | Parag Chhabra, Vivek Hariharan
भेजे में पहले कोई
डंग डंग वज्जदी हैं
हवा में गूंजते है रंग कई
चुप से पानी में
जो कंकड़ पड़ गया
छिपी लकीरें चल पड़ी
अरे दिन कहीं डूबा हैं
हुयी कहीं सुबह हैं
दुनिया चलती हैं सर्कल पे
सर जो ये उठा हैं
गर्दा ही मचा हैं
धड़कनों की जैसे हलचल पे
दर्द ही दवा हैं
अपना ही नशा हैं
जी ले ज़िंदगी मर मर के
सबको मैं नचा के
रख दूंगा हिला के
अब ना रहना हैं डर डर के
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे हैं
आसमान के तारे सारे चाहे झर गये
जुगनुओं ने करी रौशनी हैं
सुस्त थे जो साले दिन वो गुज़र गये
जागी हैं सनसनी
अरे आग ने छुआ हैं
उठ रहा धुआं हैं
लावा निकला है पत्थर से
रास्ता नया हैं अब बन गया हैं
पानियों से कट करके
सामने जो आये काम से वो जाये
छोटे चल थोड़ा बच करके
ज़िद से हूँ भरा मैं
बिजली सा गिरा मैं
बादलों से ऐसे फट करके
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज
घेरे हैं
सवेरे से ज्यादा अँधेरे है
दीखते है चेहरे पे
घाव बड़े गेहरे
चट्टान टूट जाते है
हम तो हीरे है
कोयले में पले है
फिर भी जी रहे है
लड़ेंगे तो शान से ईमान हैं अपना
लड़ने से डरते नहीं काम हैं अपना
रात तो हैं घेरे में
अकेले ही झेलेंगे
ज़रूर खेलेनेगे टाइम हैं अपना
अरे दिन कहीं डूबा हैं
हुयी कहीं सुबह हैं
दुनिया चलती हैं सर्कल पे
सर जो ये उठा हैं
गर्दा ही मचा हैं
धड़कनों की जैसे हलचल पे
दर्द ही दवा हैं
अपना ही नशा हैं
जी ले ज़िंदगी मर मर के
सबको मैं नचा के
रख दूंगा हिला के
अब ना रहना हैं डर डर के
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आज घेरे में
घेरे में घेरे में
घेरे में घेरे में
रखली रात आ
घेरे है
घेरे है