Ghoshna
Ghoshna Lyrics By Shloka On The Shloka Hindi 2022. Best Rap Song Ghoshna Lyrics in Hindi & English Originally Released on YouTube. Ghoshna Song Sung By Popular Singer Shloka, Music Composed By AN1K8T, and Lyrics Of This Song Are Written By Shloka. Ghoshna Full Song Lyrics By Shloka. We Offer Amazing Hindi Songs Lyrics Only on WoLyrics.com
Ghoshna Song Shloka Details
Vocal/Singer | Shloka |
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Music Comsposer | AN1K8T |
Lyricist | Shloka |
Ghoshna Lyrics Shloka
घोषणा!
तन मन मोरा हर कण
अर्पण तो पे भगवन
आए जो कोई अड़चन
साथ मेरे तू हर क्षण
तन मन मोरा हर कण
अर्पण तो पे
प्रस्तुत फिर से एक बार है
श्लोक के स्वर में पेशकश
यह अद्भुत सा संगीत मेरा
भगवन के चरण रहा पेश कर
श्लोक वेद सा छपा है, कोई देख तो मिटा के
मेरी शैली का कोई भी , यहां एक तो दिखा दें
सब झेल के बना है, बस तेज से जला दें
तो भिड़े ना कोई भी, हर एक को बता दें
इस एक के बराबर ना सब मिलकर
जब लड़ना बताकर ना सबलिमिनल
गर भिड़ना पता-कर के श्लोक कौन है
नहीं करना अनादर हा पढ़ लिख कर
यहां लड़के चमचे इन संगठनों के
सब धन पे चलते ना दम टखनों में
इन्हें लड़ते देखूं उस पद के लिए
जिस पद के तख्ते बने छल कपटों से
मैं चर्चों से गुम रहूं हमवतनों में
और वर्षों से चुन रहा धन शब्दों के
तभी शब्दों में गुण मिले नवरत्नों के
नहीं पंहुचोगे मुझ तक दस जन्मों में
भूमि जल से है सींचे बरखा, नभ जलविहीन
भूमि जल से है सींचे बरखा, नभ जलविहीन
ताप ,जल, बदरा, वायु जबकि
नभ के अधीन
भूमि जल से है सींचे बरखा, नभ जलविहीन
हर खंड है भगवन पर अर्पण
करूं नृत्य शब्द से नर्तक बन
जब गर्जन करता गर्दन मेरा
सब दंग सभा में दर्शक गण
पला बढ़ा यह लाल, बड़ा जला कर खाल
जब पता ना हो बात, थोड़ा बजा कम गाल
चल लगा कोई जाल, चल चला कोई चाल
अब हला छोड़े गला
और कला बने काल
मेरे गिरने की कितनों इच्छा अधूरी
ये उनके लिए जिन्हें दिखता ना खूबी
अबे पहले समझ फिर कर टिप्पणी
मुझे सुनने के लिए है शिक्षा जरूरी
जहां नागरिक तू
मैं अनुवांशिकता हूं
मिले हार्दिक प्रेम
ऐसा बार लिखता हूं
भले धार्मिक सा हूं
पर तार्किकता दूं
मैं हूं शाब्दिक धनी
इन्हें ज्ञान भिक्षा दूं
उस ‘ॐ’ का करुं मैं बड़ा आदर
तो ‘ॐ’ से मांगो क्षमा बालक
ये बस आरंभ के ‘श्लोक’ हैं अभी
अभी बचा हुआ पूरा महा भारत
तन मन मोरा हर कण
अर्पण तो पे भगवन
आए जो कोई अड़चन
साथ मेरे तू हर क्षण
तन मन मोरा हर कण
अर्पण तो पे
तन मन मोरा हर कण
अर्पण तो पे भगवन